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डरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.
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अगर आपकी नींद का कोई तय समय नहीं है, या आप देर रात भारी खाना खाते हैं तो इसका असर भी सपनों पर पड़ता है। पेट भारी होने से शरीर को आराम नहीं मिल पाता और नींद की गुणवत्ता घट जाती है। इसके अलावा, ज्यादा चाय, कॉफी या मीठे पदार्थों का सेवन भी मस्तिष्क को उत्तेजित कर देता है जिससे बुरे सपनों की आशंका बढ़ जाती है।
पूरी रात सपने क्यों आते हैं और कब आते हैं?
मायो क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक रात को डरावने सपने आने से लोग डर, चिंता, बेचैनी या अनसेफ महसूस करते है. कई बार ये सपने इतने विचलित करने वाले हो सकते हैं कि अक्सर नींद टूट जाती है और वापस सोना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभार आने वाले more info ऐसे सपने सामान्य माने जाते हैं, लेकिन जब वे बार-बार आने लगें और दिनचर्या पर असर डालने लगें, तब उन्हें नाइटमेयर डिसऑर्डर कहा जाता है.
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डॉक्टर से सलाह लें: अगर दवाओं के कारण आपको बुरे सपने आ रहे हैं, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपकी दवा बदल सकते हैं या खुराक को कम कर सकते हैं।
नींद की कमी बुरे सपनों का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती है। जब हमें पूरी नींद नहीं मिलती, तो दिमाग का आराम ठीक से नहीं हो पाता और वह लगातार सक्रिय रहता है। इस कारण से हम सोते समय कई तरह के विचारों का सामना करते हैं, जो बाद में बुरे सपनों के रूप में हमारे सामने आते हैं। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती, तो दिमाग के अवचेतन हिस्से में उठती उथल-पुथल बुरे सपनों का कारण बन सकती है। इससे हमें रात में बार-बार डरावने सपने आते हैं, जिससे हमारा मन बेचैन और परेशान हो जाता है।
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इसलिए कभी-कभी कुछ सपने हमारे दिमाग को हमारे विचारों और दिन की घटनाओं को हल करने में हमारी मदद करते हैं। बाकि अन्य सपने सामान्य मस्तिष्क गतिविधि का परिणाम हो सकते हैं और कुछ का कोई मतलब ही नहीं होता है। लेकिन शोधकर्ता अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पूरी रात सपने क्यों आते हैं या रात को नींद में सपने क्यों आते हैं?
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